सोनिया की चुप्पी और राहुल की अलिप्तता से लंबा हुआ इंतजार
- मुंबई : मुंबई महानगरपालिका के चुनाव के लिए तमाम पार्टियों ने अपनी मोर्चाबंदी शुरू कर दी है। अगले महीने मंबई महानगरपालिका में सभी समितियों के चुनाव होने हैं, लेकिन अब तक मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष कौन होगा इसका फैसला नहीं हो रहा है। एकनाथ गायकवाड अंतरिम अध्यक्ष के रूप में काम संभाल रहे हैं, लेकिन आगामी चुनावी रणनीति के हिसाब से कांग्रेस में सुस्ती छाई हुई है। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने महाराष्ट्र के मामले चुप्पी साध रखी है, वहीं राहुल गांधी ने खुद को अलिप्त कर रखा है। ऐसे में महाराष्ट्र और मुंबई कांग्रेस में नेतृत्व परिवर्तन का फैसला लंबे समय से लटका हुआ है। कांग्रेसी सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस के सांसदों ने अभी हाल ही में संसद परिसर में राहुल गांधी को घेरा और उनसे वापस अध्यक्ष पद स्वीकारने की अपील की। कांग्रेसी सांसदों का कहना था कि अगर राहल इसी तरह अलिप्त बने रहे, तो पार्टी खत्म हो जाएगीइस पर भी राहल अपनी अलिप्तता खत्म करने को तैयार नहीं हुए और उन्होंने साफ कह दिया कि वह अध्यक्ष नहीं बनेंगे। कांग्रेस के एक सांसद कहाना है कि राहल पार्टी पर काविज बुजुर्ग नेताओं की मनमानी से खफा है। वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया की बगावत से और राहल गांधी की यंग ब्रिगेड के रवैये ने भी राहल को आहत कर रखा है। राहल के खिलाफ पार्टी में चल रही गतिविधियों सोनिया गांधी को भी परेशान है। लगातार प्रतिकूल परिस्थितियों से जूझ रही कांग्रेस पार्टी भले ही इस समय महाराष्ट्र सरकार में शामिल है, लेकिन कहीं भी कांग्रेस की छाप सरकार पर दिख नहीं रही है। इससे भी ज्यादा कांग्रेसियों का दुख इस बात को लेकर है कि राकांपा लगातार हावी होती जा रही है। इसीलिए राज्य के वरिष्ठ कांग्रेसियों का एक बड़ा ग्रुप जल्द ही राज्य और मुंबई में नेतृत्व परिवर्तन की मांग कर रहा है। इस ग्रुप ने कांग्रेस आलाकमान के पास बहुत ही सीरियस मैसेज भेजे हैं, बावजूद इसके दिल्ली से कोई सिग्नल अभी नहीं मिला है। खबर है कि दिल्ली में कांग्रेस के बड़े नेताओं ने महाराष्ट्र और मुंबई में नेतृत्व परिवर्तन की योजना बना रखी है। योजना महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर राजीव सातव और मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष पद पर अमरजीत मनहास की ताजपोशी की है। इसी योजना के तहत राजीव सातव को राज्यसभा की उम्मीदवारी दी गई है। मनहास को मुंबई अध्यक्ष बनाने को लेकर भी माहौल अनुकूल है, लेकिन मुकुल वासनिक का गुट मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष पद लिए राज्य के पूर्व मंत्री सुरेश शेट्टी का नाम चला रहे हैं। फिलहाल मामला सोनिया गांधी की हरी झंडी के लिए रुका है। कहा यह जा रहा है कि सोनिया गांधी कोई भी फैसला लेने से पहले राहल गांधी का मत जानना चाहती हैं, लेकिन राहुल इसमें कोई रुचि नहीं ले रहे हैं।
कांग्रेस के भरोसेमंद सूत्रों का कहना है कि जल्द ही कांग्रेस संगठन में बड़े फेरबदल होने । इसमें कई राज्यों के प्रभारी महासचिवों को बदला जाना है। महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रभारी महासचिव मल्लिकार्जुन खडगे का नाम भी इनमें शामिल है। कहा जा रहा है कि प्रभारी महासचिवों को बदले जाने का फैसला 26 मार्च को राज्यसभा चुनाव नतीजों के बाद लिया जाएगा। इसलिए महाराष्ट्र के नए प्रभारी महासचिव की नियुक्ति के बाद ही महाराष्ट्र और मुंबई कांग्रेस में नेतत्व परिवर्तन का भी फैसला होगा।