लौटाया मंजूर प्रॉजेक्ट

मुंबई: देवनार डंपिंग ग्राउंड में कचरे से बिजली पैदा करने की परियोजना विवादों में फंस गई है। बीएमसी प्रशासन ने परियोजना लिए तय ठेकेदार पर विवाद होने बाद प्रस्ताव दोबारा चर्चा के लिए स्थायी समिति के पास भेजने का निर्णय लिया है। स्थायी समिति से पास प्रस्ताव को दोबारा चर्चा के लिए लौटा कर बीएमसी कमिश्नर प्रवीण परदेशी और सत्ताधारी शिवसेना आमने-सामने आ गए हैं। भाजपा ने भी इस परियोजना के लिए हुई ठेके की प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए बीएमसी कमिश्नर से दोबारा प्रस्ताव स्थायी समिति में भेजने का अनुरोध किया था। इसे भाजपा की बड़ी जीत माना जा रहा है, जबकि शिवसेना ठेका देने में हुई अनियमितता के कारण बैकफुट पर आ गई है। सूत्रों का कहना है कि स्थायी समिति में चर्चा के बाद नई कंपनी को ठेका मिल सकता है। बता दें कि कचरे से बिजली उत्पादन का जो काम 6.48 करोड़ में होना थावह बीएमसी की अनियमितता के कारण 8.21 करोड़ रुपये तक पहुंच गया था।